शेयर बाजार में बुक वैल्यू का महत्व

शेयर बाजार में बुक वैल्यू का महत्व

शेयर बाजार में बुक वैल्यू का महत्व और समझ

बुक वैल्यू (बुक वैल्यू) एक महत्वपूर्ण वित्तीय डेटाबेस है, जो किसी भी कंपनी के वास्तविक या शेयरिंग डेटाबेस में शामिल होता है।

यह उस मूल्य को दर्शाया गया है, जो कंपनी की कुल कीमत से उसकी कुल देनदारी (देनदारियाँ) को मूल के बाद बचाती है।

बुक वैक्सिनेशन को यह संकेत देने में मदद मिलती है कि कंपनी की संपत्ति (संपत्ति) की स्थिति और कंपनी की स्थिर वित्तीय स्थिति क्या है।

बुक वैल्यू की परिभाषा और गणना:

वैल्यू को सरलता से इस प्रकार समझा जा सकता है: यह किसी भी कंपनी के स्टॉक की कीमत है,

जिसे अगर कंपनी अपने सभी उद्यमों को बेचकर और सभी उद्यमियों को चुका सकती है,

तो प्रत्येक शेयरधारक को मिल सकता है।

बुक वैल्यू की गणना फॉलोइंग सूत्र से की जाती है:

बुक वैल्यूएशन=कुल प्रॉपर्टी−कुल बिजनेसमैन कुल एस्टेट की संख्या\text{बुक वैल्यूम} = \frac{\text{कुल प्रॉपर्टी} – \text{कुल बिजनेसमैन}}{\text{कुल बिजनेसमैन की संख्या}}बुक वैल्यूएशन=कुल प्रॉपर्टीज की संख्या कुल संपत्ति की संख्या−कुल रेशमियां

यहाँ,

कुल संपत्ति (कुल संपत्ति):

कंपनी के सभी भौतिक और तटबंधों का योग होता है, जैसे कि जमीन, भवन, साहूकार, नकदी, और अन्य संसाधन।

कुल देनदारियां (कुल देनदारियां):

इसमें कर्ज और देनदारियां होती हैं, जिसमें कंपनी को चुकता करना होता है, जैसे कि कर्ज, क्रेडिट और अन्य देनदारियां।

कुल स्टॉक की संख्या (शेयरों की कुल संख्या):

इस कंपनी के सभी जारी सामान्य स्टॉक की कुल संख्या है।

पुस्तक मूल्य का महत्व:

कंपनी की वास्तविक कीमत का संकेत:

बुक सुपरमार्केट का यह संकेत है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति क्या है।

इसमें यह दर्शाया गया है कि कंपनी की वास्तविक संपत्ति की कीमत उसके ऋण और ऋणों को चुकाने के बाद कितनी बचत है।

यदि कंपनी अपनी नियुक्तियों को बेचकर अपने सभी अलास्कावासियों को भुगतान कर देती है,

तो बेची गई राशि किराएदारों के बीच बेचा जाएगा।

सस्ता या महंगा शेयर:

निवेशक अक्सर बुक वैल्यू का उपयोग यह पता लगाने के लिए करते हैं कि कंपनी का शेयर सस्ता है या महंगा।

अगर किसी कंपनी का शेयर बुक वैल्यू से कम पर ट्रेड किया जा रहा है,

तो इसे आम तौर पर सस्ता माना जाता है। वहीं, यदि शेयर की कीमत बुक वैल्यू से अधिक है,

तो इसका मतलब यह हो सकता है कि शेयर महंगा है या बाजार में उसकी मांग अधिक है।

सुरक्षा के लिए साक्षत्कार:

बुक करें यह संकेत है कि कंपनी के पास कितनी भौतिक संपत्तियां हैं,

जो किसी भी तरह से स्थाई स्थिति में सुरक्षा का काम कर सकती हैं।

यदि कंपनी का मूल्यांकन बुक वैल्यू से कम है, तो आवेदकों के लिए यह विशिष्ट हो सकता है

कि कंपनी का असल मूल्य अधिक है, जो एक सुरक्षित निवेश विकल्प हो सकता है।

दिवालियापन की स्थिति में संकेत:

बुक वैल्यू कंपनी के दिवालियापन या वित्तीय संकट की स्थिति में भी महत्वपूर्ण है।

यदि उसकी कंपनी दिवालिया हो गई है, तो यह निर्धारित दस्तावेज़ बुक करने से मदद मिलती है

कि कंपनी के ऋण चुकाने के बाद कितना पैसा बच सकता है और कितना पैसा वापस मिल सकता है।

पुस्तक मूल्य का उपयोग कैसे करें:

कंपनी का आकलन:

निवेशक बुक वैल्यू का उपयोग कंपनी के बाजार मूल्य (बाजार मूल्य) के लिए उसकी बहीखाते (पुस्तक मूल्य) को समझने के लिए किया जाता है।

यदि कंपनी का शेयर वैल्यू बुक से कम पर व्यापार किया जा रहा है,

तो यह आवेदकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है।

हालाँकि, यह महत्वपूर्ण है कि बुक वैल्यू को केवल एक मानक के रूप में नहीं देखा जाए,

क्योंकि बाज़ार के बाज़ार में कई अन्य कारक भी प्रभावित होते हैं।

इंस्टीट्यूट और प्रतिस्पर्धियों की तुलना:

बुक वैल्यू का उपयोग विभिन्न एजेंसियों की तुलना करने के लिए भी किया जा सकता है।

यदि किसी उद्योग में बुक का वैल्यूएशन 50 रुपये है, तो कंपनी का बुक वैल्यू 75 रुपये हो सकता है,

जो दर्शाता है कि कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों के समूह में अधिक मजबूत वित्तीय स्थिति में है।

पोर्टफोलियो निर्माण:

बुक वैल्यू का उपयोग निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए कर सकते हैं।

यदि किसी निवेशक का शेयर शेयर चेक का है, तो वह उन सभी कंपनियों के स्टॉक को देख सकता है,

प्रोप्राइस बुक वैल्यू से कम है, क्योंकि यह कम जोखिम वाला निवेश माना जाता है।

बुक वैल्यू के लाभ और देनदारी:

  • लाभ:

  1. बुक वैल्यू से कंपनी की रियल एस्टेट और वित्तीय स्थिति का पता चलता है।
  2. यह उद्यम को कंपनी की संपत्ति और ऋण के आधार पर उसकी वित्तीय स्थिरता का आकलन करने में मदद करता है।
  3. बुक फार्मास्युटिकल और सुपरमार्केट का पता लगाने के लिए एक उपयोगी उपकरण हो सकता है।
  • विश्लेषण:

  1. बुक वैल्यू में केवल भौतिक संपदा (जैसे भवन, अवशेष) का खाता होता है, और कंपनी की स्थिर स्थिति बाजार, ब्रांड मूल्य, बकाया संपत्ति (बौद्धिक संपदा) और भविष्य की विकास समानता को नहीं दिखाया जाता है।
  2. बुक वैल्यू का आकलन समय कंपनी की कंपनियों और वित्तीय संरचनाओं का प्रभाव भी होना चाहिए। कभी-कभी, कंपनी का बुक वैल्यू कम होने के बावजूद उसका बाजार मूल्य बहुत अधिक हो सकता है, यदि उसका विकास स्टॉक में है।
  3. बुकमार्क में ओहियो वाली मान्यता का आकलन सही तरीकों से नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह केवल ऐतिहासिक किताबों पर आधारित है।

निष्कर्ष:

बुक वैल्यू एक महत्वपूर्ण वित्तीय पोर्टफोलियो है, जो किसी भी कंपनी की वास्तविक संपत्ति और ऋण के आधार पर उसके मूल्य को मापता है।

उद्यम को बुक वैल्यू का उपयोग करने के लिए समय अन्य शेयरों के साथ सांविधिक तरीकों से इसका आकलन करना चाहिए,

ताकि वे निवेश निर्णय ले सकें। यह निवेशकों को जोखिमों का पता लगाने और शेयरधारकों की पहचान करने में मदद करता है,

लेकिन इसे अन्य वित्तीय निवेशकों के साथ जोड़ा जाता है।

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RAVI KUMAR

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