शेयर बाजार के बुलिश चार्ट्स पैटर्न

शेयर बाजार के बुलिश चार्ट्स पैटर्न

यहां  शेयर बाजार के बुलिश चार्ट्स पैटर्न  है।

यहां मैं शेयर बाजार में उपयोग होने वाले कुछ प्रमुख बुलिश चार्ट्स के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहा हूं।

हर चार्ट के बारे में 250 शब्दों का विवरण दिया गया है, ताकि आप हर चार्ट को अच्छे से समझ सकें।

हेड एंड शोल्डर पैटर्न (सिर और कंधे पैटर्न)

हेड्स एंड सोल्डर्स पैटर्न एक उलटा पैटर्न है जो आमतौर पर गिरावट के बाद दिखाई देता है।

इसे बुलिश हेड्स एंड सोल्डर्स ट्रेंड भी कहा जाता है, जब यह ट्रेंड डाउनलोड ट्रेंड के बाद बनता है और एक नए ऐपट्रेंड का संकेत देता है।

इस पैटर्न में तीन मुख्य भाग होते हैं: बायाँ कंधा, सिर, और दायाँ कंधा।

जब दायें कंधा बायें शोल्डर मार्केट के सोलर प्लांट छोटा होता है,

तो यह संकेत देता है कि उसने अपना निचला स्तर बना लिया है और अब ऊपर की ओर बढ़ने की तैयारी है।

इस सूची में सबसे पहले एक मजबूत गिरावट (डाउनट्रेंड) होनी चाहिए, जिसके बाद एक निचला स्तर (डाउनट्रेंड) बनता है।

इसके बाद एक छोटा सा रिवर्सल होता है और फिर एक और गिरावट आती है जो सिर के रूप में सामने आती है।

इसके बाद एक और छोटा रिवर्सल बना है, जो दायें कंधे के रूप में दिखाई देता है।

इस पैटर्न की पुष्टि तब होती है जब शेयर या स्टाक की कीमत “नेकराइन” को तोड़ दिया जाता है।

इस एल्बम का मुख्य उद्देश्य यह है कि बाजार में बिकवाली का दबाव कम हो रहा है और अब बायर्स की ताकत बढ़ रही है।

जब कीमत नेकलाइन से ऊपर होती है, तो इसे एक तेजी का संकेत माना जाता है।

डबल बॉटम पैटर्न (डबल बॉटम पैटर्न)

डबल बॉटम पैटर्न एक प्रमुख बुलिश पैटर्न है जो आम तौर पर एक डाउनलोड ट्रेंड के बाद दिखाई देता है।

इस पैटर्न में समान दो डिज़ाइन पॉइंट (लोपॉइंट) होते हैं, जो आमतौर पर स्तर पर होते हैं।

यह पैटर्न तब बनता है जब पहले बाजार में गिरावट के बाद एक निचला बिंदु (लो) बनता है,

फिर एक छोटा रिवर्सल होता है और फिर बाजार में एक बार से एक ही निचले बिंदु पर प्रवेश होता है,

और बाद में यह स्तर ऊपर की ओर आता है बहुत है।

डबल बॉटम पैटर्न को इंगित करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इसके पहले बाजार में गिरावट होनी चाहिए,

जिसके बाद दो समान असेंबली पॉइंट बनाए गए हैं। पहले सिद्धांत बिंदु के बाद एक उलटा होता है,

फिर दूसरे सिद्धांत बिंदु के बाद, जब कीमत इस स्तर से ऊपर हो जाती है, तो यह एक तेजी संकेत होता है।

इस चित्र में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बताया गया है कि बिकवाली का दबाव कम हो रहा है और संपत्ति का दबाव बढ़ने की संभावना है।

जब इस पैटर्न का कनफर्मेशन होता है और कीमत पहले वाले प्राथमिकता बिंदु (नेकलाइन) को तोड़ती है,

तो यह एक मजबूत तेजी संकेत होता है, और व्यापारी इसे एक विशेष खरीदारी अवसर के रूप में देख सकते हैं।

डबल टॉप पैटर्न (डबल टॉप पैटर्न)

डबल टॉप ट्रेंड में एक उल्टा पैटर्न होता है जो आम तौर पर एक अपट्रेंड के बाद दिखाई देता है।

यह पैटर्न दो ऊंचे शिखरों से बनता है, जो आम तौर पर समान स्तर पर होते हैं।

इस क्रम के निर्माण के बाद, जब बाजार उस स्तर को नहीं तोड़ता और नीचे की ओर जाता है,

तो यह एक संकेत होता है कि बाजार में आने वाली गिरावट की शुरुआत हो सकती है।

डबल टॉप पैटर्न को स्केच करने से पहले यह सुनिश्चित करना होता है कि बाजार में एक मजबूत अपट्रेंड हो।

इसके बाद, एक सुप्रीम पॉइंट (शीर्ष) बनता है, फिर एक छोटा रिवर्सल होता है और फिर एक एडवर्टाइजमेंट पॉइंट (शीर्ष) बनता है,

बाजार गिरता है। इस पैटर्न की पुष्टि तब होती है जब कीमत “नेकेलाइन” से नीचे गिर जाती है।

इस पैटर्न के बाद, यदि मूल्य नेकराइन के नीचे गिरती है, तो यह एक शॉर्ट सेलिंग का संकेत होता है और

निवेशक इसे एक सेलिंग अवसर के रूप में देख सकते हैं।

डबल टॉप ट्रेंड एक मजबूत मंदी का संकेत हो सकता है, जो बताता है कि बाजार में तेजी का रुझान अब खत्म हो गया है।

एंगलिंग त्रिकोण पैटर्न (आरोही त्रिकोण पैटर्न)

एंगलिंग ट्रायंगल पैटर्न एक बुलिश पैटर्न है जो आम तौर पर बाजार के अपट्रेंड के दौरान बनता है।

इस सूची में झील के प्रमुख बिंदु में लगातार एक ही स्तर पर भिन्नता की प्रवृत्ति होती है,

जबकि झील के प्राथमिकता बिंदु में कीमत धीरे-धीरे बढ़ती है। इस पैटर्न में एक फ़्लैट ऊपरी सीमा और एक मोटी बनी मंज़िल सीमा है।

जब कीमत इस पैटर्न के अधिकतम स्तर को तोड़ती है, तो यह एक तेजी का संकेत माना जाता है।

एंगलिंग ट्रायंगल पैटर्न को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इस पैटर्न में कीमत में उत्पाद दिखाई देते हैं, जहां विक्रेता और

आइटम एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। जब अंत में अपट्रेंड की ताकत बढ़ती है और कीमत ट्रायंगल के ऊपर होती है,

तो यह तेजी के संकेत होते हैं और अपट्रेंड की शुरुआत हो सकती है।

इस पैटर्न के बाद, जब कीमत उस सीमा को पार कर जाती है, तो यह एक अच्छी खरीदारी का अवसर बन सकता है और

निवेशक इसे अपनी रणनीति में शामिल कर सकता है। यह पैटर्न लंबी अवधि के लिए अपट्रेंड का संकेत होता है।

झंडा पैटर्न (ध्वज पैटर्न)

एक मजबूत बुलिश कंटीन्यूएशन पैटर्न होता है जो आम तौर पर एक बड़ी रैली (बड़ी तेजी) के बाद दिखाई देता है।

इस पैटर्न में एक छोटा-सा रेंज बॉन्ड होता है, जो एक झंडे की तरह दिखाई देता है।

यह पैटर्न तब बनता है जब कीमत एक तेज़ रैली से शुरू होती है, बाद में थोड़ी देर के लिए एक ठोस पहल होती है।

इस दौरान, कीमत एक अंश के रूप में तैयार होती है और फिर अचानक से तेजी के साथ ऊपर हो जाती है।

पोर्टफोलियो को सबसे पहले एक बड़ी रैली की आवश्यकता होती है, जिसके बाद एक छोटे से बांड बॉन्ड का निर्माण होता है।

जब बोल्ट के ऊपर की ओर एक ब्रेक आउट होता है, तो यह एक तेजी का संकेत होता है,

जो संकेत देता है कि तेजी की रैली फिर से शुरू हो सकती है। चार्टर्ड आर्किटेक्चर एक तटस्थता का संकेत देता है,

जिसका मतलब यह है कि बाजार में पहले से चल रहा ट्रेंड जारी है|

समेकन पैटर्न (समेकन पैटर्न)

कंसॉलिडेशन पैटर्न शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण तेजी से पैटर्न होता है,

जो तब बनता है जब एक स्टॉक या स्टॉक कुछ समय के लिए एक व्यवस्थित रेंज में कारोबार करता है,

यानी न तो तेजी से बढ़ता है और न ही गिरता है। इस पैटर्न में, स्टॉक की कीमत एक निश्चित सीमा के भीतर घूमती रहती है, और

यह बाजार में सही दिशा की प्रतीक्षा कर रही होती है। जब बाजार में स्पष्ट दिशा नहीं होती है, तो इसे एक कंसॉलिडेशन (संयोजन) माना जाता है।

कंसॉलिडेशन पैटर्न को समझने के लिए इसे रेंज ट्रेडिंग के रूप में देखा जा सकता है,

जहां शेयर की कीमत एक सीमित स्तर पर उतार-चढ़ाव के साथ चलती है। इस दौरान बायर्स और सेलर्स दोनों का दबाव बढ़ता है।

इस स्थिति में, जब कीमत में एक मजबूत गिरावट आती है और ऊपर की ओर जाती है, तो यह एक मजबूत तेजी का संकेत होता है।

कंसोलिडेशन पैटर्न को आम तौर पर “बेस” के रूप में देखा जाता है, और जब यह पैटर्न टूटता है,

तो यह एक नए अपट्रेंड की शुरुआत का संकेत हो सकता है। जब यह चित्र बड़े समय के फ्रेम पर बनता है,

तो इसका प्रभाव अधिक शक्तिशाली होता है, और निवेशक इसे एक लंबी रैली की शुरुआत के रूप में देख सकते हैं।

कप और हैंडल पैटर्न (कप और हैंडल पैटर्न)

कप और हैंडलूम एक प्रमुख बुलिश पैटर्न है, जो तब बना है जब एक स्टॉक या पहले स्टॉलर्स एक गोल आकार (केपी) में उभरे हैं

और फिर एक छोटा सा उद्यम (हैंडल) कलाकार हैं। इस रिसर्च को शुरू करने के लिए सबसे पहले यह देखना जरूरी है

कि स्टॉक की कीमत पहले गिरल हो और फिर धीरे-धीरे धीरे-धीरे बढ़े। इस पैकेज के बाद, एक छोटा सा एंटरप्राइज़ (हैंडल) बनता है,

और जब यह हैंडल ब्रेक आउट होता है, तो यह एक बुलिश साइन माना जाता है।

कप और हैंडलूम को अच्छे से समझने के लिए इसे दो विचारधाराओं में रखा जा सकता है:

कप (कप) 

यह एक गोल आकार में आता है, जिसमें पहले गिरावट और फिर धीरे-धीरे पुनः आरंभ वृद्धि होती है।

इस वृद्धि के दौरान, कीमत एक वाई-अकार में वापस आ जाती है।

हैंडल (हैंडल)

कप बनने के बाद, कीमत थोड़ी देर के लिए बनती है, और फिर यह ब्रेक आउट हो जाता है।

यह आम तौर पर पर संयोजन पैटर्न जैसा होता है।

कप और हैंडलूम अक्सर बुलिश रुझान को संकेत देते हैं, विशेष रूप से टैब जब ब्रेक आउट ऊपरी सीमा से होता है।

यह पैटर्न लंबे समय में वाली जिले में वृद्धि का संकेत है, और इसे आम तौर पर बड़े समय के फ्रेम पर पहचानना सबसे अच्छा होता है।

जब हैंडल से ब्रेक आउट होता है, तो स्टॉक की कीमत ऊपर जा सकती है।

त्रिभुज पैटर्न (त्रिकोण पैटर्न)

त्रिकोणीय पैटर्न एक सामान्य बुलिश पैटर्न होता है, जो तब बनता है जब बाजार की कीमत धीरे-धीरे-धीरे-धीरे आकृतियाँ बनाती है और

दोनों ओर से एक त्रिकोण (त्रिकोण) के आकार में संबंध बनाते हैं। यह चित्र तीन प्रकार का हो सकता है:

असेंडिंग ट्रायंगल (आरोही त्रिभुज) 

यह एक उभरी हुई आकृति है, जिसमें ऊपरी समतल सीमा है और ऊंची सीमा ऊपर की ओर झुकी हुई है।

इसका मतलब यह है कि बाजार में बायर्स का दबाव बढ़ रहा है और स्टॉक की कीमत अधिक हो सकती है।

डिसेंडिंग ट्रायंगल (अवरोही त्रिकोण) 

यह एक मंदी की प्रवृत्ति होती है, जहां ऊपरी सीमा नीचे की ओर जाती है और एक विस्तृत सीमा समतल होती है।

इसमें बताया गया है कि सामानों का दबाव बढ़ रहा है और बाजार में गिरावट आ सकती है।

संप्लीट ट्रायंगल (सममित त्रिभुज) 

यह पैटर्न तब बनता है जब दोनों एक दूसरे की ओर झुके होते हैं। यह पैटर्न किसी तरह से अस्थिर होता है,

और ब्रेक आउट भी किसी दिशा में हो सकता है, हालांकि जब यह ऊपर की ओर ब्रेक आउट होता है, तो इसे तेजी का संकेत माना जाता है।

त्रिभुज पैटर्न को इंगित करने के लिए यह आवश्यक है कि मूल्य इन वस्तुओं के अंदर तय हो और फिर एक निश्चित दिशा में ब्रेक आउट हो।

जब ब्रेक आउट ऊपर की ओर होता है, तो यह एक मजबूत तेजी का संकेत होता है और अपट्रेंड की शुरुआत हो सकती है।

राउंडिंग बॉटम पैटर्न (राउंडिंग बॉटम पैटर्न)

राउंडिंग बॉटम पैटर्न एक तेजी से बढ़ता पैटर्न है जो तब बनता है

जब एक स्टॉक या लॉन्ग टाइम तक स्थिरता फिर धीरे-धीरे-धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ने लगती है।

यह पैटर्न एक गोल आकार (गोल) में बनता है, जिसमें गिरावट के बाद एक लंबी अवधि तक की अवधि शुरू होती है।

राउंडिंग बॉटम पैटर्न तब बनता है जब बाजार में एक गहरी गिरावट होती है और फिर धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे मॉडल ऊपर की ओर बढ़ते हैं।

यह पैटर्न आम तौर पर एक बॉटम के रूप में देखा जाता है, जहां कीमत धीरे-धीरे-धीरे-धीरे नीचे जाती है और

फिर बहुत धीरे-धीरे फिर से बढ़ती दिखती है। राउंडिंग बॉटम पैटर्न को ज्यादातर उन स्टॉक्स में देखा जाता है

जो लॉन्ग पीरियड के डाउनट्रेंड के बाद वापस रिटर्न कर रहे हैं।

इस पैटर्न का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि यह बताता है कि गिरावट का दबाव समाप्त हो गया है और

अब कीमत में सुधार हो सकता है। जब यह पिक्चर पूरी हो जाती है और स्टॉक की कीमत टूट जाती है,

तो यह एक तेजी का संकेत माना जाता है, और ग्राहक इसे लंबी अवधि के लिए खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं।

वेज पैटर्न (वेज पैटर्न)

वनस्पति पैटर्न एक तेजी से बढ़ता पैटर्न होता है, जो बाजार के ढांचे के दौरान बनता है।

इस नमूने में कीमत की ऊपरी और गहराई एक-दूसरे के करीब दिखाई देती है, जिससे एक वेज़ (शंकु) का आकार बनता है।

वेज़ एडिटोरियल को दो प्रकार में बेचा जा सकता है:

बेस वेज़ (आरोही वेज)

यह पैटर्न तब बनता है जब कीमत ऊपर की ओर बनती है, और जब ब्रेक आउट नीचे की ओर होता है,

तो यह एक बारिश का संकेत होता है।

सामान्य वेज़ (अवरोही वेज) 

जब कीमत नीचे की ओर बनती है और ब्रेक आउट ऊपर की ओर होती है, तो यह एक तेजी का संकेत होता है।
वेज़ पिक्चर्स एक कंप्रेशन के बाद एक ब्रेक आउट को पोर्ट्रेट करता है, जो आम तौर पर एक मजबूत ट्रेंड की शुरुआत करता है।

यह पैटर्न नीचे की ओर ब्रेक आउट होता है और फिर ऊपर की ओर लौटता है, तो इसे एक बुलिश पैटर्न के रूप में देखा जाता है,

और बाजार में तेजी की संभावना होती है।

पेनेन्ट पैटर्न

पेनेंट पैटर्न एक बुलिश कंटीन्यूएशन पैटर्न होता है, जो बाजार में एक तेज रैली के बाद बनता है।

यह आकार में त्रिकोण (त्रिकोण के आकार का) होता है और एक आकार का क्षेत्र बनता है, जिसमें मूल्य एक छोटी रेंज में आकार का होता है।

पेंटेड पैटर्न टैब तब बनता है जब बाजार में तेजी के बाद कुछ समय के लिए रिटेल ट्रेंड जारी होते हैं, और

फिर एक ब्रेक आउट होता है, जो स्थिर ट्रेंड जारी रहता है।

इस सूची को सबसे पहले एक लंबी रैली या रैपिड (अपट्रेंड) के लिए पढ़ना चाहिए।

इसके बाद, कोटा में एक अंतःस्त्राव होता है, जो धीरे-धीरे-धीरे-धीरे एक त्रिकोणीय आकार में बदल रहा है।

जब सुपरमार्केट में ये उपकरण बाहर की ओर खराब होते हैं और ऊपरी दिशा में होते हैं, तो यह एक तेजी का संकेत होता है।

पेनेंट पैटर्न का आमतौर पर एक मजबूत ब्रेक आउट होता है, जो उस ट्रेंड को आगे बढ़ाता है।

पेनेंट पैटर्न को लंबे समय तक निगरानी में रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है,

क्योंकि यह पैटर्न लगातार तेज़ और बड़े स्टॉक की चाल का संकेत देता है।

जब ब्रेक आउट होता है, तो यह अपट्रेंड की पुष्टि करता है और निवेशक इसे एक शॉपिंग अवसर के रूप में देख सकते हैं।

यह पैटर्न टैब अधिक प्रभावशाली होता है जब यह उच्च मात्रा (मात्रा) के साथ होता है,

क्योंकि इसका मतलब यह है कि बाजार में बायर्स का दबाव बढ़ रहा है।

दायां कोण-त्रयंगल पैटर्न (समकोण त्रिभुज पैटर्न)

रिस्ट-एंगल-ट्रायंगल पैटर्न एक बुलिश पैटर्न है जो तब बनता है जब बाजार में अपट्रेंड के दौरान ओक का उद्यम होता है और

उसके बाद ब्रेक आउट होता है। इस पैटर्न का आकार एक त्रिकोण (त्रिकोण) होता है, और यह एक विकर्ण (विकर्ण) त्रिकोण होता है।

ऊपरी और समुद्रतट सीमा में एक-दूसरे की ओर झुकाव होता है और बाद में ब्रेक आउट होने से यह पैटर्न एक तेजी से संकेत बन जाता है।

रिस्ट-एंगल-ट्रायंगल पैटर्न की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका यह है कि यह एक अपट्रेंड के बाद उत्पन्न होता है, और

ब्रेकआउट के दौरान बाजार की गतिशीलता तेजी से ऊपर की ओर जाती है।

इस क्रम में जिले के बीच एक स्पष्ट वेज मूवमेंट (पच्चर आंदोलन) होता है, और जब ब्रेक आउट होता है, तो बाजार में तेजी की संभावना होती है।

इस आर्किटेक्चर को डॉक्यूमेंट्री के लिए देखने के लिए आपको यह देखना होगा कि कीमत से पहले एक अपट्रेंड में हो और

फिर आर्किटेक्चर की प्रक्रिया शुरू हो। बाद में, जब यह पैटर्न ब्रेक आउट होता है, तो यह एक तेजी का संकेत होता है।

राइट-एंगल-ट्रायंगल पैटर्न का उपयोग उन आवेदकों के लिए उपयुक्त होता है जो अपट्रेंड की पहचान करते हैं और उसे सही समय पर व्यापार करते हैं।

कैंडलस्टिक पैटर्न (कैंडलस्टिक पैटर्न)

कैंडलस्टिक्स शेयर बाजार में बुलिश भंडारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण घटनाएँ होती हैं।

इनमें से कई पैटर्न की पहचान विशेष रूप से तेजी के रुझान का संकेत है।

कैंडलस्टिक्स आर्काइव्स का उपयोग करते हुए निवेशक यह अनुमान लगा सकते हैं कि बाजार में आगे क्या हो सकता है।

कुछ महत्वपूर्ण बुलिश कैंडल स्टिक पैटर्न में शामिल हैं:

हमर (हैमर) 

यह पैटर्न तब बनता है जब एक स्टॉक का अंतिम मूल्य लाभ होता है, लेकिन पूरे दिन में गिरावट भी देखी जाती है।

जब यह पैटर्न एक डाउनलोड ट्रेंड के बाद बन सकता है, तो यह बाजार में तेजी की शुरुआत का संकेत हो जाता है।

इनवर्टेड हैमर (इनवर्टेड हैमर) 

यह भी एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न होता है, जो एक डाउनट्रेंड के बाद बनता है और यह भविष्य में तेजी का संकेत हो सकता है।

इस पैटर्न में, कैंडल का ऊपरी हिस्सा बड़ा होता है, और निचला हिस्सा छोटा होता है।

मारुबोजू (मारुबोज़ू) 

यह कैंडल स्टिक पूरी तरह से एकल रंग की होती है और यह तेजी का संकेत देती है।

यह पैटर्न आम तौर पर किसी ब्रेक आउट या महत्वपूर्ण ट्रेंड की शुरुआत के रूप में दिखाई देता है।

इन कैंडलस्टिक ट्रेंडिक्स के माध्यम से ग्राहकों को इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है

कि वर्तमान समय में बायर्स का दबाव अधिक है और बाजार में तेजी की प्रवृत्ति की संभावना है।

गैप पैटर्न (गैप पैटर्न)

एक गैप एडिटिंग शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण बुलिश एडिटोरियल हो सकता है।

गैप तब बनता है जब एक स्टॉक का स्टॉक वाला मूल्य पिछले जिले से अधिक होता है, जिससे बीच में एक “गैप” उत्पन्न होता है।

इस सूची को जारी करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि गैप का आकार बड़ा हो और इसकी कीमत भी ऊंची हो,

क्योंकि इसका मतलब यह है कि बाजार में तेजी का दबाव है।

गैप पैटर्न के प्रकार इस प्रकार होते हैं:

बुलिश गैप (बुलिश गैप)

यह तब बनता है जब स्टॉक की कीमत पिछले दिन की कीमत से ऊपर खुलती है, और फिर लगातार तेजी से बढ़ती है।

जब यह गैप के साथ हो, तो यह एक बुलिश संकेत होता है।

कंटीन्यूएशन गैप (कंटीन्यूएशन गैप) 

जब स्टॉक एक अपट्रेंड में होता है और अचानक एक गैप के साथ ऊपर जाता है, तो यह संकेत देता है कि स्थायी ट्रेंड जारी रहेगा।

गैप पैटर्न का सबसे महत्वपूर्ण निदेशक यह है कि यह ट्रेंड की गतिशीलता का हिस्सा है।

गैप के बाद स्टॉक की कीमत बढ़ सकती है, जो बुलिश ट्रेंड की पुष्टि करता है।

समर्थन और प्रतिरोध स्तर (समर्थन और प्रतिरोध स्तर)

जब भी हम बुलिश ट्रेंड्स बनाते हैं तो सपोर्ट और बातस्टेंस लीडर्स का अहम योगदान होता है।

समर्थन स्तर वह होता है जहां स्टॉक की कीमत में गिरावट के बजाय रुक जाती है,

और रेजिस्टेंस स्तर वह होता है जहां स्टॉक की कीमत में वृद्धि के बाद रुक जाती है।

जब कोई स्टॉक या स्टॉकिस्ट किसी रेजिस्टेंस को तोड़ता है, तो यह एक तेजी का संकेत हो सकता है।

इसी तरह, जब कीमत किसी को समर्थन देती है, तो यह एक मंदी का संकेत हो सकता है।

बुलिश ट्रेंड्स में जब प्राइस रेजिस्टेंस पार हो जाता है और नया मार्जिन स्तर स्थापित हो जाता है, तो इसे एक स्पष्ट बुलिश संकेत माना जाता है।

यदि कोई स्टॉक लंबे समय से किसी समर्थन स्तर के ऊपर बना हुआ है तो उसे तोड़ दिया गया है,

तो यह अगले बुलिश लहर की शुरुआत का संकेत हो सकता है|

पैरेलल चैनल पैटर्न (समानांतर चैनल पैटर्न)

पैरलल चैनल पैटर्न एक बुलिश पैटर्न होता है जो तब बनता है जब सुपरमार्केट एक समान दिशा में ऊपर की ओर जाते हैं

और दोनों समान रूप से समान होते हैं। यह प्रारूप बताता है कि बाजार में एक मजबूत अपट्रेंड बन गया है और उस दिशा में विकास की संभावना है।

इस पैटर्न में दो समरूप रेखाएँ होती हैं जो कि द्वीप की ऊपरी और विशाल सीमा को स्पष्ट करती हैं।

पैरेलल चैनल पैटर्न एक स्ट्रॉन्ग ट्रेंड का संकेत होता है, जहां पहले से एक ट्रेंड में चल रही होती हैं और फिर इस ट्रेंड में ट्रेंड होती रहती हैं।

जब प्राइस चैनल की ऊपरी सीमा से बाहर की ओर गिरावट होती है, तो यह एक तेजी से ब्रेकआउट होता है, और एक नया अपट्रेंड शुरू हो सकता है।

बुलिश एंगल्ड फ्लैग पैटर्न (बुलिश एंगल्ड फ्लैग पैटर्न)

बूलिश एंगल्ड पैटर्न एक समान बुलिश पैटर्न है जो आम तौर पर तेजी से रैली (अपट्रेंड) के बाद बनता है।

यह पैटर्न तब बनता है जब कीमत ऊपर की ओर बढ़ने के बाद थोड़े समय के लिए बनाई जाती है, जो ध्वज (ध्वज) के आकार में दिखती है।

इस पैटर्न में आकृतियों की रेखाएं (रेखाएं) ऊपर की दिशा में झुकती हैं, जो संकेत करती हैं कि कीमत में फिर से तेजी आ सकती है।

इस प्रवृत्ति के दौरान, शेयर की कीमत एक क्रीड़ा चैनल (समेकन चैनल) में बंद हो जाती है,

जिसमें ऊपरी सीमा और सूक्ष्म सीमा समान होती हैं। मोलभाव पैटर्न तब बनता है जब मूल्य के ढांचे के भीतर के ढांचे होते हैं।

जब कीमत इस चैनल से ऊपर होती है, तो इसे एक बुलिश ब्रेक आउट माना जाता है और अपट्रेंड की पुष्टि होती है।

बुलिश एंगल्ड रेखांकन में उछाल का बड़ा महत्व है। यदि ब्रेक आउट के दौरान ब्रेक आउट शक्तिशाली होता है और

स्टॉक की कीमत ऊपरी दिशा में बढ़ने के संकेत के लिए तैयार होती है।

इस पैटर्न को बड़ी समय सीमा (लंबी समय-सीमा) में देखना बड़ा चमत्कारी होता है, क्योंकि यह अधिक स्थिर और मजबूत प्रवृत्ति का संकेत है।

अर्निंग्स रिवर्सल पैटर्न (कमाई रिवर्सल पैटर्न)

अर्निंग्स रिवर्सल पैटर्न एक महत्वपूर्ण बुलिश पैटर्न है जो कंपनी के तिमाही या वार्षिक परिणामों के आधार पर बनता है।

जब किसी कंपनी के वित्तीय नतीजे खराब होते हैं और फिर अगले कुछ समय में कंपनी के नतीजे बेहतर होते हैं,

तो यह एक प्रकार का अर्निंग्स रिवर्सल पैटर्न उत्पन्न हो जाता है।

इस पैटर्न में आम तौर पर एक तेजी से गिरावट के बाद कंपनी के नतीजों में सुधार होता है, जो स्टॉक की सीमा को फिर से ऊपर की ओर ले जाता है।

अर्निंग्स रिवर्सल रिकॉर्ड्स का महत्व इसलिए है क्योंकि यह अर्जियों को यह देता है कि एक कंपनी में सुधार हो सकता है,

जो साइन ऑफ साइन को रैपिड ला में साझा कर सकता है।

यह पैटर्न टैब तब प्रभावशाली होता है जब कंपनी अपने भविष्य के लक्ष्यों को लेकर सकारात्मक दिशा में बदलाव लाती है।

इस पैटर्न में नकारात्मक नतीजों के बाद, जब कंपनी अपने लाभ में सुधार करती है और

बाजार की उम्मीदों को पार करती है, तो स्टॉक की कीमत में अचानक तेजी आ सकती है।

यह उन कार्टूनों के लिए विशेष रूप से हो सकता है जो अर्निंग्स और कंपनी के प्रदर्शन को ट्रैक करते हैं।

सकारात्मक आय रिपोर्ट और मजबूत भविष्यवाणियाँ बुलिश साइन्स ऑफर हैं, जो लंबी अवधि में प्रमुख निवेश अवसरों को जन्म देते हैं।

ब्लोअर रेंज पैटर्न (ब्लोअर रेंज पैटर्न)

ब्लोअर रेंज रेंज एक अन्य महत्वपूर्ण बुलिश पैटर्न है, जो तब बनता है जब एक स्टॉक किसी स्ट्रक्चर के बीच लंबे समय तक कारोबार करता है और

फिर अचानक यह रेंज बाहर से टूट जाती है।

यह पैटर्न तब उत्पन्न होता है जब मूल्य स्थिरांक एक निश्चित सीमा के भीतर चढ़ता और गिरता है।

जब यह पैटर्न ब्रेक आउट होता है, तो मूल्य उस सीमा को ऊपर की ओर झुकाया जाता है, और यह एक तेजी का संकेत हो सकता है।

ब्लोअर रेंज पैटर्न को इंगित करने के लिए यह देखना आवश्यक है कि ओइम्ट का विस्तार एक विस्तृत रेंज में हो,

जिसमें ऊपर और नीचे दोनों दिशाओं को समान रूप से संपर्क किया जाता है।

इस रेंज के ब्रेकआउट पर, जब वैल्युएशिया डैमेज के टूटने के बाद तेजी से ऊपर जाते हैं,

तो इसे एक बुलिश ब्रेकआउट आउट माना जाता है। यह अक्षर एक संकेत देता है कि बाजार में बायर्स की ताकत बढ़ रही है और

अब स्टॉक में तेजी आ सकती है।

ब्लोअर रेंज पैटर्न की पुष्टि तब होती है जब डील में वृद्धि होती है, और कीमत इस रेंज से बाहरी बिक्री पर अपना नया अपट्रेंड शुरू कर देती है।

इस चित्र के बारे में सही समय पर जानकारी प्राप्त करना और संपर्क को ट्रैक करना महत्वपूर्ण है।

गैप एंड गो पैटर्न (गैप एंड गो पैटर्न)

गैप एंड गो पैटर्न एक और बुलिश पैटर्न है, जो तब बनता है जब एक स्टॉक किसी दिन के स्टॉक से पहले एक गैप (वॉलेट और मिड-नाइट गैप) बनाता है

और फिर उस गैप की ऊपरी कीमत में तेजी से बढ़ोतरी होती है। यह पैटर्न तब उत्पन्न होता है

जब कोई कंपनी या स्टॉक कोई महत्वपूर्ण घोषणा करता है, जो निवेशक उत्सुकता रखता है और

उस स्टॉक की कीमत ऊपरी दिशा में लाती है।

गैप एंड गो पैटर्न का सबसे अच्छा उदाहरण तब देखा जा सकता है जब किसी कंपनी के नतीजों का अनुमान वास्तव में सकारात्मक होता है,

जिससे उसके स्टॉक की कीमत में गैप के साथ ऊपर चला जाता है।

इस प्रकार के ब्रेक आउट में, गैप के बाद कीमत में कोई रोक-टोक नहीं होती, और स्टॉक तेजी से बढ़ता है।

इस पैटर्न का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि गैप होने के बाद कोई रिवर्सल नहीं होता है, और

स्टॉक की कीमत ऊपरी दिशा में तेजी से बढ़ती है। गैप के बाद भारी भारी उछाल यह संकेत देता है

कि निवेशक इस स्टॉक में विश्वास कर रहे हैं और यह पैटर्न एक लंबी अवधि तक अपट्रेंड का संकेत देता है।

बुलिश कैप और हैंडल पैटर्न (बुलिश कप और हैंडल पैटर्न)

बुलिश कप और हैंडलूम पैटर्न से पहले ही चर्चा की जा चुकी है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तरह से फिर से समझा जा सकता है

कि जब ट्रेंड सही तरीकों से ब्रेक आउट करता है, तो यह एक मजबूत बुलिश ट्रेंड के संकेत के रूप में सामने आता है।

है. इस पैटर्न में पहले गिरावट आती है और फिर धीरे-धीरे-धीरे-धीरे एक बॉटम का निर्माण होता है, जो कप के आकार में दिखता है।

इसके बाद एक छोटा सा वास्तुशिल्प होता है, जो हैंडल की तरह दिखाई देता है।

इस पैटर्न को समझने के लिए यह जरूरी है कि ब्रेक आउट डोर के साथ हो, कीमत और इस पैटर्न से बाहर निकल कर तेजी से ऊपर उठे।

कप और हस्तनिर्मित पैटर्न में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह एक गहन वस्तु और स्थिर पैटर्न का संकेत है,

जिसमें लंबे समय तक एक स्थिर रेंज में रहता है, और फिर अचानक ब्रेक आउट होने के बाद सर्वोच्च मूल्य प्राप्त होता है।

इस पैटर्न को बार-बार बुलिश बैकवर्ड रिवर्सल (तेजी से रिवर्सल) पैटर्न के रूप में देखा जाता है।

The  list of all the bullish chart patterns described  above,

  1. हैड एंड शोल्डर्स (Head and Shoulders) – Bullish Reversal Pattern
  2. इन्वर्टेड हैड एंड शोल्डर्स (Inverted Head and Shoulders) – Bullish Reversal Pattern
  3. डबल बॉटम (Double Bottom)
  4. ट्रिपल बॉटम (Triple Bottom)
  5. ब्लॉक्स (Flags)
  6. कॉन्सोलिडेशन पैटर्न (Consolidation Pattern)
  7. कप एंड हैंडल पैटर्न (Cup and Handle Pattern)
  8. ट्रायंगल पैटर्न (Triangle Pattern)
  9. राउंडिंग बॉटम पैटर्न (Rounding Bottom Pattern)
  10. वेज पैटर्न (Wedge Pattern)
  11. पेनेंट पैटर्न (Pennant Pattern)
  12. राइट-एंगल-ट्रायंगल पैटर्न (Right-Angle Triangle Pattern)
  13. कैंडलस्टिक पैटर्न्स (Candlestick Patterns)
    • हमर (Hammer)
    • इन्वर्टेड हैमर (Inverted Hammer)
    • मारुबोजू (Marubozu)
  14. गैप पैटर्न (Gap Pattern)
    • बुलिश गैप (Bullish Gap)
    • कॉन्टिन्यूएशन गैप (Continuation Gap)
  15. सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल (Support and Resistance Levels)
  16. पैरालल चैनल पैटर्न (Parallel Channel Pattern)
  17. बूलिश एंगल्ड फ्लैग (Bullish Angled Flag Pattern)
  18. अर्निंग्स रिवर्सल पैटर्न (Earnings Reversal Pattern)
  19. ब्लोअर रेंज पैटर्न (Blower Range Pattern)
  20. गैप एंड गो पैटर्न (Gap and Go Pattern)
  21. बुलिश कप और हैंडल पैटर्न (Bullish Cup and Handle Pattern)

 

ट्रेडिंग  के 20 महत्वपूर्ण नियम

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RAVI KUMAR

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