ब्याज अनुपात का अर्थ और गणना

ब्याज अनुपात

ब्याज अनुपात (ब्याज कवरेज अनुपात) एक महत्वपूर्ण वित्तीय मानदंड है,

जिसमें यह बताया गया है कि किसी कंपनी की आय उसकी ब्याज दरों को पूरा करने के लिए कितनी है।

यह अनुपात कंपनी की वित्तीय स्थिति और उसके द्वारा चुकाए गए ऋण की क्षमता का एक प्रमुख पंजीकरण है।

इसे व्यावसायिक निवेशक और वित्तीय स्थिर कंपनी की स्थिरता और जोखिम का आकलन करने के लिए उपयोग किया जाता है।

ब्याज अनुपात का अर्थ और गणना:

ब्याज अनुपात को निम्नलिखित सूत्र से गणना करना है:

INTEREST COVERAGE RATIO FORMULA

यहाँ,

EBIT (ब्याज और कर से पहले की कमाई) कंपनी की कुल आय होती है, जिसमें ब्याज और कर से पहले का लाभ शामिल होता है।

ब्याज व्यय कंपनी द्वारा आपके ऋणों का भुगतान किया गया ब्याज वाला है।

ब्याज दर का महत्व:

ऋण भुगतान की क्षमता:

यह अनुपात कंपनी की ऋण पर ब्याज भुगतान की क्षमता को दर्शाता है।

यदि अनुपात 1 से कम है, तो इसका मतलब है कि कंपनी की आय उसकी ब्याज दरों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।

वित्तीय जोखिम का आकलन:

एक उच्च ब्याज दर यह संकेत देता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है

और वह अपने ऋण दायित्वों को आसानी से पूरा कर सकती है।

निवेशकों के लिए निवेश कंपनी:

निवेशकों के लिए इस अनुपात का उपयोग यह निर्णय लेने के लिए किया जाता है कि निवेश करना सुरक्षित है या नहीं।

क्रेडिट रेटिंग:

एक उच्च ब्याज दर वाली कंपनी बेहतर क्रेडिट रेटिंग प्रदान कर सकती है,

जिससे उसे भविष्य में ऋण आसानी से प्राप्त हो सकता है।

ब्याज अनुपात को सुझाव के लिए एक उदाहरण:

एक व्यक्ति की कंपनी की EBIT (कमाई ब्याज और कर से पहले) 10 लाख रुपये है और उसकी ब्याज दरें 2 लाख रुपये है।

इस स्थिति में व्यवसाय अनुपात की गणना इस प्रकार होगी:

इसका मतलब यह है कि कंपनी की आय उसकी ब्याज दर 5 गुना अधिक है, जो एक सकारात्मक संकेत है।

“ब्याज अनुपात का अर्थ और गणना”

ब्याज दर की सीमाएँ:

लाभ की सूची:

यदि कंपनी का लाभ अस्थिर है, तो यह अनुपात सही चित्र नहीं दिखा सकता है।

औद्योगिक सुविधा:

विभिन्न उद्यमों में इस अनुपात के आदर्श मानक भिन्न हो सकते हैं।

उदाहरण के लिए, एक वित्तीय संस्थान के हितधारक अन्य उद्यमों की तुलना में भिन्न हो सकते हैं।

अन्य लागतों का अवलोकन:

यह अनुपात केवल ब्याज अन्य अशाब्दियों पर केंद्रित है और महत्वपूर्ण वित्तीय अशाब्दियों को निर्धारित करता है।

ब्याज अनुपात को बेहतर बनाने के तरीके:

आय में वृद्धि:

बिक्री और उत्पादन में कंपनी की अपनी EBIT में बढ़ोतरी हो सकती है।

ब्याज व्यय को कम करना:

कम ब्याज दर वाले ऋण प्राप्त करना या ऋण को पुनर्गठित करना।

ऋण का प्रबंधन:

सार्वभौमिक ऋण को कम करना और स्थिर ऋण को अप्रभावी रूप से सहना।

निष्कर्ष:

ब्याज ब्याज एक महत्वपूर्ण वित्तीय पोर्टफोलियो है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिरता और उसके ऋण की क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करता है।

उद्यम और प्रबंधन के लिए यह सीमा आवश्यक है कि यह अनुपात कंपनी की स्थिरता और जोखिम का सही आकलन प्रदान करता है।

हालाँकि, इसे अन्य वित्तीय फर्मों के साथ समग्र रूप से देखने की आवश्यकता है ताकि अधिक रेटिंग और समग्र मूल्यांकन किया जा सके।

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RAVI KUMAR

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