DEBTOR DAYS

देनदार दिन

“देनदार दिन”  और शेयर बाजार में महत्वपूर्ण हैं

शेयर बाजार में निवेश करने का समय, एक निवेशक के लिए किसी कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन का सही आकलन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।

इक्विटी की स्थिरता, वित्तीय स्थिरता और भविष्य की सांख्यिकी का आकलन करने के लिए विभिन्न वित्तीय आवेदकों का उपयोग किया जाता है।

इनमें से एक महत्वपूर्ण शिलालेख है “देनदार दिन” , जिसे उधार के लिए बेहद आकर्षक बनाया जा सकता है।

इस लेख में हम “देनदार दिवस” ​​​​के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, इसे कैसे ख़त्म किया जाता है, और यह क्यों महत्वपूर्ण है।

देनदार दिवस का अर्थ

“देनदार दिन” एक वित्तीय खाता है, जिसमें यह बताया गया है कि किसी भी कंपनी को अपनी बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि

प्राप्त करने में औसत कितने दिन शामिल हैं।

इसे हिंदी में “ऋणि दिवस” ​​कहा जा सकता है।

यह कंपनी की ऑटोमोबाइल और डेयरी की गति को बढ़ाने का एक तरीका है।

कूलियन्स फ्रैंचाइज़ी अपने आर्किटेक्चर और सर्विसेज़ को उधारी पर बेचती हैं, यानी विक्रय से तुरंत भुगतान प्राप्त नहीं होता है।

इसके विपरीत, एनीमेशन को कुछ समय दिया जाता है ताकि वे बिल का भुगतान कर सकें।

“देनदार दिन” में यह उल्लेख है कि एक कंपनी को अपने ऋण से भुगतान प्राप्त करने में औसत दिन लगते हैं।

इस स्ट्राइकर का उपयोग निवेशकों, निवेशकों और कंपनी के प्रबंधन के लिए किया जाता है।

यह समझने में मदद करता है कि कंपनी की स्थिरता की प्रक्रिया कितनी प्रभावी है।

देनदार दिवस की गणना

“देनदार दिवस” ​​की गणना निम्नलिखित तरीकों से की जाती है:

DEBTOR DAYS
DEBTOR DAYS

यहाँ:

कुल औसत ऋण (प्राप्य खाते):

कंपनी द्वारा ऋण पर दी गई वस्तुओं या सेवाओं के लिए राशि।

कुल वार्षिक बिक्री (कुल वार्षिक बिक्री):

उस वर्ष कंपनी द्वारा कुल सामान या सेवाओं की राशि जारी की गई।

365:

यह वर्ष के दिनों की संख्या है, क्योंकि हम औसत वार्षिक अवधि में ऋण के भुगतान का समय मापते हैं।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि किसी कंपनी का कुल औसत कर्ज ₹10,00,000 है,

उसकी कुल वार्षिक बिक्री ₹50,00,000 है, तो “देनदार दिन” की गणना इस प्रकार होगी:

DEBTOR DAYS EXAMPLE
DEBTOR DAYS EXAMPLE

इसका मतलब यह है कि कंपनी को आपके ग्राहकों से भुगतान प्राप्त करने में औसतन 73 दिन लगे हैं।

देनदार दिवस का महत्व

“देनदार दिन” के लिए एक महत्वपूर्ण प्रविष्टि है, क्योंकि इसमें कंपनी की वित्तीय स्थिति, कार्यशील स्थिति (कार्यशील पूंजी) और उसकी ऋण देनदारी क्षमता शामिल है। अन्य तत्व हैं कि यह क्यों इतना महत्वपूर्ण है:

कंपनी की ऋणी संस्था:

“देनदार दिन” कंपनी का कहना है कि अपनी बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि को कितने दिन में प्राप्त कर सकती है।

यदि यह आंकड़ा अधिक होता है, तो इसका मतलब यह है कि कंपनी को भुगतान प्राप्त करने में अधिक समय लग रहा है, जो

कि कंपनी के कैश प्रवाह (नकदी प्रवाह) पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

इसके विपरीत, यदि यह संख्या कम है, तो इसका मतलब है कि कंपनी की प्रक्रिया प्रभावी है और वह अपनी बिक्री से शीघ्र नकदी प्राप्त कर रही है।

कार्यशील संयोजन का प्रबंधन:

यदि किसी कंपनी के “देनदार दिन” अधिक होते हैं, तो इसका मतलब यह है कि

कंपनी को अपने व्यापार के लिए कार्यशील संयोजन की आवश्यकता अधिक होती है।

कार्यशील स्थिति वह धन है, जिस कंपनी को उसके दिन-प्रतिदिन के ऑपरेशन को जारी रखना आवश्यक है।

लंबे “देनदार दिन” यह संकेत देता है कि कंपनी के पास नकदी प्रवाह की कमी हो सकती है, और

उसे अधिक देनदारी की आवश्यकता हो सकती है।

कंपनी के नकद प्रवाह पर प्रभाव:

“देनदार दिनों” की अधिकता से कंपनी के नकद प्रवाह पर प्रभाव पड़ सकता है।

जब कंपनी को भुगतान प्राप्त करने में अधिक समय लगता है, तो

उसे अपने अन्य खर्चों (जैसे वेतन, आपूर्ति, आदि) को पूरा करने के लिए अधिक उधारी या वित्तीय सुविधा की आवश्यकता हो सकती है।

इसका प्रभाव कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।

ऋण के लिए निवेशक:

निवेशक “देनदार दिन” के लिए एक महत्वपूर्ण नामांकन के रूप में देख सकते हैं।

यदि किसी कंपनी के “देनदार दिन” बढ़ रहे हैं, तो यह अनिवार्य रूप से एक चेतावनी हो सकती है कि कंपनी की बकाया प्रणाली में समस्या हो सकती है,

या कंपनी के ग्राहक अपने ऋण का भुगतान समय पर नहीं कर रहे हैं। इससे कंपनी के शेयर की कीमत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

बाजार में सांख्यिकीय स्थिति:

कंपनी के “देनदार दिन” की तुलना एक-दूसरे से करने पर यह देखा जा सकता है कि कौन सी कंपनी

अपनी इच्छा प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली ढंग से चला रही है। जब किसी कंपनी का “देनदार दिन” कम होता है, तो इसका मतलब यह है कि

वह अपने लक्ष्यों से जल्दी पैसे प्राप्त कर रही है और अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बना रही है।

ब्याज ऋण और ऋण की आवश्यकता:

यदि किसी कंपनी के पास अधिक “देनदार दिन” हैं, तो

उसे अपने ऋण और ब्याज की राशि को पूरा करने के लिए अधिक धन की आवश्यकता हो सकती है।

यदि कंपनी के पास इक्विटी कैश प्रवाह नहीं है, तो उसे उधारी के लिए अधिक ब्याज चुकाना पड़ सकता है, जो कंपनी के लाभ (लाभ) को प्रभावित कर सकता है।

देनदार दिवस का विश्लेषण

“देनदार दिवस” ​​​​का विश्लेषण करते समय यह जरूरी है कि हम इसे अन्य वित्तीय आवेदकों और डेटा के साथ देखें।

केवल “देनदार दिनों” के आक्षेप पर प्रतिबंध पर कोई भी निष्कर्ष सही नहीं है। उदाहरण के लिए:

समय के साथ परिवर्तन:

यदि किसी कंपनी के “देनदार दिनों” में लगातार वृद्धि हो रही है, तो यह एक चिंता का विषय हो सकता है,

क्योंकि इसका मतलब यह हो सकता है कि कंपनी का ऋण ऋण धीरे-धीरे कम हो रहा है।

समान उद्योग की कंपनियों के समूह:

यदि किसी कंपनी के “देनदार दिन” अन्य कंपनियों की तुलना में बहुत अधिक हैं, तो यह बताया गया है कि

कंपनी अपनी प्रक्रिया में पीछे है और उसे ऋण की आवश्यकता हो सकती है।

कंपनी के ऋणों का भुगतान इतिहास:

कभी-कभी “देनदार दिनों” का अधिक होना व्यवसायों की भुगतान क्षमता और उनके भुगतान इतिहास पर प्रतिबंध लगाता है।

अगर कंपनी के पास छोटा सा बाज़ार या आर्थिक रूप से फ़्राईड निवेशकों का बड़ा हिस्सा है, तो इसे प्रभावित किया जा सकता है।

देनदार दिवस का प्रभाव

वित्तीय स्थिति पर प्रभाव:

“देनदार दिन” में वृद्धि कंपनी की वित्तीय स्थिति प्रभावित हो सकती है, क्योंकि लंबी अवधि की अवधि से नकद प्रवाह में अंतर हो सकता है।

इसके परिणामस्वरूप कंपनी को अपनी कार्यशील स्थिति के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता हो सकती है,

जिससे उसके वित्तीय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

संचालन की समस्याएँ:

यदि कंपनी को उधारी पर दी गई वस्तुओं का भुगतान समय पर नहीं मिलता है, तो

उसे अपनी आपूर्ति श्रृंखला और अन्य खर्चों को पूरा करने में समस्या हो सकती है।

इसके अलावा, कंपनी को इस स्थिति में अधिक ऋण की आवश्यकता हो सकती है,

जिससे उसे अधिक ब्याज और शुल्क चुकाना पड़ सकता है।

ऋण के लिए चिंता:

यदि “देनदार दिन” अधिक हो गए हैं, तो यह ऋणदाता के लिए चिंता का विषय बन सकता है,

क्योंकि यह कंपनी की ब्याज दर की संभावना का संकेत हो सकता है।

इससे कंपनी के शेयर की ऑनलाइन गिरावट हो सकती है,

क्योंकि निवेशक कंपनी के वित्तीय संकट से चिंतित हो सकते हैं।

निष्कर्ष

“देनदार दिन” किसी कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण पंजीकरण है।

यह कंपनी की वैयक्तिकता क्षमता, कैश प्रवाह, और कार्यशील परिसंपत्ति प्रबंधन की स्थिति बताती है।

निवेशक इस दस्तावेज़ का उपयोग करके यह सारांश कर सकता है कि

किसी कंपनी की बिक्री प्रक्रिया कितनी प्रभावशाली है, और

कंपनी की नकदी प्रवाह और वित्तीय स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

कम “देनदार दिन” का मतलब है कि कंपनी अपने ऋण से शीघ्र भुगतान प्राप्त कर रही है, जिसकी वित्तीय स्थिति मजबूत है|

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RAVI KUMAR

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